
दिल्ली नगर निगम (MCD) ने आगामी सर्दियों में वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 523 करोड़ रुपये की विशेष योजना तैयार की है। इस योजना के तहत सड़क किनारे धूल कम करने के लिए 350 से अधिक एंटी-स्मॉग गन और वॉटर स्प्रिंकलर लगाए जाएंगे। इसके अलावा निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के लिए कड़े दिशा-निर्देश लागू होंगे।हर साल अक्टूबर से फरवरी तक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर तक पहुँच जाता है। प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण धूल, पराली जलाना और वाहनों का धुआँ माना जाता है। MCD का कहना है कि इस बार सख़्ती से निगरानी होगी और उल्लंघन करने वाले निर्माणकर्ताओं पर जुर्माना लगाया जाएगा।पर्यावरणविदों ने योजना का स्वागत तो किया है, लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि केवल स्प्रिंकलर से समस्या हल नहीं होगी। उन्हें लगता है कि सार्वजनिक परिवहन को और मज़बूत करना और औद्योगिक उत्सर्जन पर रोक लगाना ज़्यादा प्रभावी होगा।