
भारत और चीन के बीच लगभग पाँच वर्षों के अंतराल के बाद सीधी हवाई सेवाएँ फिर से शुरू होने जा रही हैं। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की है कि अक्टूबर के अंत से दिल्ली और बीजिंग के बीच सीधी उड़ानें शुरू होंगी।यह निर्णय दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान ये उड़ानें बंद हो गई थीं और उसके बाद सीमा विवादों के कारण भी स्थिति जटिल रही।व्यापार जगत ने इस घोषणा का स्वागत किया है। भारत-चीन व्यापार प्रतिवर्ष 120 अरब डॉलर से अधिक का है, लेकिन परिवहन और लॉजिस्टिक बाधाओं के कारण कारोबार प्रभावित हो रहा था। अब सीधी उड़ानों से व्यापारियों, छात्रों और पर्यटकों को बड़ी राहत मिलेगी।हालांकि, कुछ विशेषज्ञों ने सुरक्षा और भू-राजनीतिक जोखिमों को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है। उनका कहना है कि आर्थिक जुड़ाव को बढ़ावा देना ज़रूरी है, लेकिन रणनीतिक सतर्कता भी बनी रहनी चाहिए।